अकाली तख्त के जत्थेदार पद से हटाए गए ज्ञानी रघबीर सिंह, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी का फैसला
पंजाब में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह की सेवाएं समाप्त कर दी गईं हैं। उन्हें हरमंदिर साहिब का मुख्य ग्रंथी बनाया गया है। शुक्रवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की अंतरिम कमेटी की मीटिंग में यह फैसला हुआ। SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के इस्तीफे पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ। इसके अलावा तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह को भी हटाया गया है।
श्री केसगढ़ साहिब की जिम्मेदारी अब ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज के पास होगी। साथ ही वह श्री अकाल तख्त साहिब का एडिशनल चार्ज भी संभालेंगे। ज्ञानी बाबा टेक सिंह को श्री दमदमा साहिब की जिम्मेदारी दी गई है।
SGPC के सदस्य जसवंत सिंह पुड़ैण ने बताया कि 2 दिसंबर के फैसले के कारण ही दोनों तख्तों के जत्थेदारों को हटाया गया है। इसके पीछे 2 बड़े कारण रहे। पहला ज्ञानी रघबीर सिंह बिना बताए फैसले ले रहे थे। दूसरा, वे बिना बताए विदेश जा रहे थे।
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समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरदार रघुजीत सिंह ने बताया कि जत्थेदार के रूप में ज्ञानी रघबीर सिंह अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाने में असफल रहे। पंथक शक्ति को कमजोर करने वाले हालात पैदा किए। उन्होंने कई मौकों पर अपने बयान बदले। उनकी कार्यशैली से श्री अकाल तख्त साहिब के प्रतिष्ठित पद की गरिमा को ठेस पहुंची है।