जाली आई. टी. सी का दावा करने वाला जी. एस. टी धोखेबाज़ पंजाब पुलिस के सहयोग के साथ काबू

जाली आई. टी. सी का दावा करने वाला जी. एस. टी धोखेबाज़ पंजाब पुलिस के सहयोग के साथ काबू

चंडीगढ़, 18 फरवरीः पंजाब के आबकारी और कराधान विभाग ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुये फतेहगढ़ साहिब पुलिस के साथ एक सांझे ऑपरेशन के द्वारा एक जी. एस. टी धोखाधड़ी करने वाले एक ऐसे शख्स को गिरफ़्तार किया है जिसके द्वारा 3. 65 करोड़ रुपए का जाली इनकम टैक्स क्रेडिट का दावा किया गया […]

चंडीगढ़, 18 फरवरीः

पंजाब के आबकारी और कराधान विभाग ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुये फतेहगढ़ साहिब पुलिस के साथ एक सांझे ऑपरेशन के द्वारा एक जी. एस. टी धोखाधड़ी करने वाले एक ऐसे शख्स को गिरफ़्तार किया है जिसके द्वारा 3. 65 करोड़ रुपए का जाली इनकम टैक्स क्रेडिट का दावा किया गया था। 

पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान विभाग के मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज यहाँ जारी प्रैस बयान के द्वारा यह जानकारी देते हुये बताया कि मुलजिम दीपक शर्मा पुत्र सुरिन्दर पाल शर्मा को 25 जनवरी, 2023 को डिप्टी कमिश्नर स्टेट टैक्स, लुधियाना की तरफ से एक्ट की धारा 74 अधीन 3.65 करोड़ रुपए का जाली आई. टी. सी का दावा करने के बदले कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, परन्तु उसने न तो टैक्स जमा करवाया और न ही कोई जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इसके उपरांत 13 जून, 2023 को विभाग की तरफ से एक्ट के अनुसार एक आदेश पास किया गया और दीपक शर्मा को 4.45 करोड़ रुपए ब्याज और 3.65 करोड़ रुपए जुर्माने समेत 11.75 करोड़ रुपए का भुगतान करने के लिए कहा गया। 

वित्त मंत्री ने बताया कि टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट और सेल्ज टैक्स अधिकारियों की तरफ से जांच करने पर पाया कि दीपक शर्मा की तरफ से एक बैंक को एक जाली जी. एस. टी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जमा करवाया है। उन्होंने बताया कि सेल टैक्स अफ़सर, फतेहगढ़ साहिब की विनती पर बैंक की तरफ से यह बैंक खाता फ़रिज कर दिया गया है और खाते में मौजूद 26 लाख रुपए की रिकवरी के लिए उक्त बैंक को नोटिस भेज दिया गया है। 

उन्होंने कहा कि एस. जी. एस. टी विभाग की तरफ से गठित एक विशेष टास्क फोर्स ने पिछले कई हफ़्तों के दौरान प्राप्त सूचना पर कार्यवाही करते हुये फतेहगढ़ साहिब पुलिस के सहयोग से मुलजिम के साथ जुड़े कई ठिकानों पर एक ही समय छापेमारी की। उन्होंने कहा कि अधिकारी इस धोखाधड़ी में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करने की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में एफ. आई. आर दर्ज की गई है, और इस धोखाधड़ी की कुल रकम का पता लगाने और चोरी किये टैक्सों की वसूली के लिए जांच जारी है। 

इस दौरान वित्त कमिश्नर कराधान-कम-अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास प्रताप ने कहा कि विभाग एक डाटा विश्लेषण सॉफ्टवेयर पर काम कर रहा है जिससे फ़र्ज़ी आई. टी. सी तैयार करने वालों की पहचान करते हुये उनके विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जायेगी। 

वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि यह सफल ऑपरेशन से जी. एस. टी में किसी भी तरह की की जाने वाली धोखाधड़ी का मुकाबला करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के मज़बूत अंतर- एजेंसी सहयोग और दृढ़ इरादे की मिसाल मिली है। उन्होंने टैक्स चोरी के विरुद्ध सरकार के ज़ीरो- टॉलरैंस रूख को दोहराया और चेतावनी दी कि ऐसी धोखाधड़ी वाली गतिविधियों को कानून की पूरी ताकत से निपटा जायेगा।

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