नशों के खि़लाफ़ खेल सबसे कारगर हथियार: मुख्यमंत्री

नशों के खि़लाफ़ खेल सबसे कारगर हथियार: मुख्यमंत्री

चंडीगढ़, 16 जनवरी:पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि राज्य में खेल संस्कृति को प्रफुल्लित करना नशों के विरुद्ध राज्य सरकार की लड़ाई में सबसे कारगर हथियार साबित हो सकता है।यहाँ म्यूनिसिपल भवन में एशियाई और राष्ट्रीय खेलों के 168 पदक विजेताओं को 33.83 करोड़ रुपए के नकद इनाम बाँटने के लिए […]

चंडीगढ़, 16 जनवरी:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि राज्य में खेल संस्कृति को प्रफुल्लित करना नशों के विरुद्ध राज्य सरकार की लड़ाई में सबसे कारगर हथियार साबित हो सकता है।
यहाँ म्यूनिसिपल भवन में एशियाई और राष्ट्रीय खेलों के 168 पदक विजेताओं को 33.83 करोड़ रुपए के नकद इनाम बाँटने के लिए करवाए गए समारोह के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करने से नौजवानों की अप्रयुक्त ऊर्जा खेलों में अच्छी कारगुज़ारी दिखाने की ओर इस्तेमाल की जा रही है। उन्होंने कहा कि खेलों में शामिल नौजवानों के पास नशों की ओर देखने के लिए समय ही नहीं बचता क्योंकि उनका सारा ध्यान अपने-अपने क्षेत्रों में बढिय़ा प्रदर्शन करने की तरफ होता है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि इससे पंजाब से नशों के श्राप से मुक्ति का रास्ता साफ होगा और नौजवान पंजाब के सामाजिक- आर्थिक विकास में बराबर के हिस्सेदार बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य की तरक्की और लोगों की भलाई के लिए एक-एक पैसा बहुत सोच-समझ कर ख़र्च कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों के पैसों की चोरी को प्रभावशाली ढंग से रोका है और अब यह पैसा आम आदमी की भलाई के लिए खर्चा जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार का एकमात्र मंतव्य पंजाब की तरक्की और ख़ुशहाली को सुनिश्चित बनाना है।
खेल के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने लिए सभी खिलाडिय़ों को मुबारकबाद देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है क्योंकि इस समारोह के लिए यहाँ सभी खिलाड़ी एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सपना सच होने की तरह है क्योंकि अब पंजाब में खुशियाँ-प्रसन्नता वाले समारोह करवाए जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस हफ्ते ऐसे समारोह पंजाब भर में करवाए जा रहे हैं और वह राज्य का नेतृत्व कर अपने-आप को खुशकिस्मत मानते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाडिय़ों ने इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सख़्त मेहनत की है और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों ने साबित कर दिया है कि मौका मिलने पर वह अपनी पूरी मेहनत और दृढ़ इरादे से कोई भी लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबी जन्म से ही उद्यमी स्वभाव के हैं, जिसकी वजह से पंजाबियों ने दुनिया भर में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है।
विरोधियों की बेतुकी बयानबाज़ी की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेक पंजाब को बचाना चाहता है परन्तु यह बताओ कि राज्य को किसने बर्बाद किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल 20 महीने पहले ही कार्यभार संभाला है परन्तु यह लोग और परिवार लम्बे समय से पंजाब में शासन कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन लोगों ने आम आदमी और राज्य को बेरहमी से लूटा है, परन्तु अब वह ऐसे बयानों के द्वारा लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नेता हमेशा शेखी मारते हैं कि वह ‘हाई कमांड’ के अपने तथाकथित नेताओं के कोटे में से हैं परन्तु वास्तव में वह ( मुख्यमंत्री) पंजाबियों के कोटे में से राज्य के प्रमुख के तौर पर चुने गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा एक-एक कदम लोगों की भलाई और राज्य के विकास के मंतव्य से उठाया जा रहा है और इससे कभी भी कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारे कार्य शहीद भगत सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा और अन्य महान शहीदों के दिखाए गए मार्ग के मुताबिक हैं, जिन्होंने हमेशा राज्य के लोगों की भलाई के लिए अथक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने आम आदमी की भलाई के लिए बेमिसाल पहलें की हैं और राज्य में सडक़ हादसों में मृत्यु दर घटाने के लिए कदम उठाने के साथ-साथ सडक़ों पर यातायात को सुचारू बनाया गया है और इसके लिए राज्य सरकार ने सडक़ सुरक्षा फोर्स की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि यह अपनी तरह की पहली विशेष फोर्स पंजाब में सडक़ हादसों में रोज़ाना जा रही कीमती जानें बचाने के लिए अहम साबित होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस फोर्स को खऱाब ड्राइविंग रोकने, सडक़ों पर वाहनों की गतिविधि को सुचारू बनाने और सडक़ हादसों पर रोक लगाने का कार्य सौंपा गया है। इससे थानों में तैनात पुलिस कर्मचारियों से काम का बोझ भी घटेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पड़ाव में इस विशेष फोर्स में 1300 कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि मूलभूत तौर पर आधुनिक उपकरणों से लैस 144 वाहनों को सडक़ के हरेक 30 किलोमीटर के दायरे में तैनात किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि इन वाहनों में ज़रूरत पडऩे पर किसी मरीज़ को इमरजैंसी इलाज देने के लिए मुकम्मल मेडिकल किट होगी। इससे सालाना 2500 से अधिक कीमती जानें बचेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब ने 1080 करोड़ रुपए की लागत से प्राईवेट कंपनी जी.वी.के. पावर की मलकीयत वाला गोइन्दवाल पावर प्लांट खऱीद कर इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि यह पहली दफ़ा है कि सरकार ने कोई प्राईवेट पावर प्लांट खरीदा है, जबकि पहले राज्य सरकारें अपने चहेते को सरकारी जायदादें कौडिय़ों के भाव बेचती थीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब निवासियों को सस्ती बिजली मुहैया करने की दिशा में यह अहम कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का प्रमुख होने के नाते उनका हरेक कदम राज्य की तरक्की और लोगों की ख़ुशहाली के उद्देश्य से उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश पिछले मुख्यमंत्रियों ने पंजाब की कभी परवाह नहीं की, बल्कि उन्होंने अपने राजनीतिक हितों को आगे रखा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मेरे खि़लाफ़ कोई भी कारगर मुद्दा न होने के कारण लोगों द्वारा नकारे गए यह नेता रोज़ाना बिना रोक-टोक के मेरे खि़लाफ़ बेतुकी बयानबाज़ी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अस्पतालों और स्कूलों में मुकम्मल बदलाव देखने को मिल रहे हैं और आम आदमी की भलाई के लिए नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह फ़ैसले ऐसे व्यक्तियों द्वारा ही लिए जा सकते हैं, जो ज़मीनी स्तर पर लोगों की समस्याओं से अवगत हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि रिवायती राजनीतिक पार्टियों ने राज्य को बर्बाद कर दिया है और अब वह बेशर्मी से नैतिकता की बड़ी-बड़ी बातें कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी सख़्त मेहनत के लिए जाने जाते हैं, जिसके स्वरूप वह हर क्षेत्र में उपलब्धियाँ हासिल करते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों के इस जज़्बे को राज्य को आगे ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, और इसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी और वह दिन दूर नहीं जब पंजाब हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को विश्व स्तरीय सुविधाएं देकर राज्य में खेल संस्कृति को प्रफुल्लित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को विश्व स्तरीय ग्राउंड और अन्य बुनियादी ढांचा मुहैया करवाने के अलावा मुकाबलों की तैयारी के लिए वित्तीय सहायता दी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों मुकाबलों में अपना स्थान बनाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस बल को और अधिक मज़बूत करने के लिए आने वाले चार सालों के दौरान पंजाब पुलिस में हर साल 1800 कॉन्स्टेबल और 300 सब-इंस्पेक्टर भर्ती करने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि इन 2100 पदों के लिए हर साल लगभग 2.50 लाख उम्मीदवार आवेदन करते हैं, इसलिए सभी इच्छुक परीक्षार्थी परीक्षाएं पास करने के लिए अकादमिकता के साथ-साथ अपनी सेहत की तरफ विशेष ध्यान दे रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे उनकी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा की तरफ ले जाने और नशों की बुराई पर रोक लगाने में मदद मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि आज राज्य के एशियाई खेलों में 32 पदक विजेताओं को 29.25 करोड़ रुपए का नकद ईनाम दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को 1 करोड़ रुपए, रजत पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को 75 लाख रुपए और काँस्य पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को 50 लाख रुपए दिए गए हैं। भगवंत सिंह मान ने बताया कि इससे पहले 58 खिलाडिय़ों को एशियन खेलों की तैयारियों के लिए 8-8 लाख रुपए दिए गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज़ादी के बाद भारत ने पहली बार एशियाई खेलों में 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 काँस्य पदक जीतकर 100 पदकों की संख्या पार की है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने एशियाई खेलों के दौरान 20 पदक जीतकर इन 107 पदकों में बड़ा योगदान दिया है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि पंजाब के 32 खिलाडिय़ों ने इन खेलों में आठ स्वर्ण पदक, छह रजत पदक और छह काँस्य पदक जीतकर पंजाब के प्रदर्शन का 72 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के खिलाडिय़ों ने क्रमवार 1951 और 1962 में नयी दिल्ली और जकार्ता में हुई एशियाई खेल में सात स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने आगे कहा कि इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए राज्य के खिलाडिय़ों ने हाल ही में समाप्त हुई एशियाई खेलों में आठ स्वर्ण पदक जीतकर एक इतिहास रचा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि चाहे 1951 में हुई नयी दिल्ली एशियाई खेलों में पंजाब के खिलाडिय़ों द्वारा सबसे अधिक 15 पदक जीते गए थे, परन्तु अब 70 सालों से अधिक समय के बाद यह रिकॉर्ड तोड़ते हुए पंजाबी खिलाडिय़ों ने 20 पदक जीते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समारोह में गोआ में हुई राष्ट्रीय खेल में पदक जीतने वाले 136 खिलाडिय़ों को भी 4.58 करोड़ रुपए के नकद इनाम देकर सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुल 168 खिलाडिय़ों को 33.83 करोड़ रुपए के नकद इनाम दिए जा रहे हैं और इससे पहले राज्य सरकार द्वारा खिलाडिय़ों को अलग- अलग मुकाबलों में 32.16 करोड़ रुपए के फंड दिए जा चुके हैं। भगवंत सिंह मान ने बताया कि खेडां वतन पंजाब दियां के दूसरे सीजन के पदक विजेता खिलाडिय़ों के बैंक खातों में पहले ही 8.69 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सत्ता संभालने के बाद में अब तक खिलाडिय़ों को 74.68 करोड़ रुपए दिए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार राज्य के खिलाडिय़ों की भलाई के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही। उन्होंने आशा अभिव्यक्त की कि आने वाले समय में राज्य के खिलाड़ी और भी पदक जीतेंगे, जिससे राज्य में बेमिसाल तरक्की और ख़ुशहाली का दौर शुरू होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार खेल के क्षेत्र में राज्य के नौजवानों के कौशल को निखारने के लिए ठोस प्रयास कर रही है।

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