हनुमान जी से मैं कह दूंगा, वो मेरी सुनते हैं…अरविंद केजरीवाल ने जनता से की ये खास अपील
दिल्ली विधानसभा चुनाव पूरे शबाब पर पहुंच गया है। सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस बार दिल्ली में भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। सभी पार्टियों ने सोशल मीडिया को प्रचार का अहम हिस्सा बनाया है। इसी कड़ी में दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर अपना वीडियो जारी कर जनता से एक खास अपील की है। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जनता से एक कसम तोड़ने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने जनता को भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि यह कसम तोड़ने से उनके साथ कुछ भी गलत नहीं होगा। केजरीवाल ने कहा है कि वह हनुमान जी से कह देंगे कि यह कसम उन पर नहीं लगनी चाहिए।
दरअसल, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अरविंद केजरीवाल का कहना है कि भाजपा के कई नेता दिल्ली में जनता को जूते, जैकेट, चादर जैसे सामान और पैसे बांट रहे हैं। शनिवार को अरविंद केजरीवाल ने अपना वीडियो जारी करते हुए ये भी दावा किया भाजपा नेता लोगों को पैसे और सामान देकर भाजपा के पक्ष में मतदान करने का दबाव बना रहे हैं। इसके लिए वो लोगों को बच्चों और भगवान की कसम भी खिला रहे हैं। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को जनता से इसी कसम को तोड़ने की अपील की है। उनका कहना है कि अच्छे काम के लिए खाई जाने वाली कसम ही लगती है। इनसे पैसा ले लो, लेकिन इनकी कसम मत मानना।
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को कसम तोड़ने का एक तरीका भी बताया है। अरविंद केजरीवाल ने जनता को संबोधित करते हुए कहा “आप अपने भगवान की मूर्ति के सामने खड़े होकर, हाथ जोड़कर कह देना कि भगवान मैंने मजबूरी में कसम खाई थी, वह कसम झूठी है। मैं देश के लिए वोट दूंगा। उस गद्दार को वोट नहीं दूंगा। आप भगवान के सामने बोल देना आपकी कसम खत्म हो जाएगी। मैं भी हनुमान जी के मंदिर जाता हूं। अगले मंगलवार को जब जाऊंगा मंदिर तो हनुमान जी से कहूंगा कि मेरे लोगों को जो जबरदस्ती कसम खिलाई गई है वह उन पर नहीं लगनी चाहिए। भगवान मेरी सुनते हैं।”
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अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा “आप लोग अपनी मर्जी से वोट देना। आप वोट चाहें जिसे दें, इसका पता नहीं चलेगा। मुझे ये भी पता चला है कि जब आप लोग उनके (BJP) घर पैसे लेने गए तो उन्होंने आपको कसम खिलाई। किसी को बच्चों की कसम खिलाई, किसी को भगवान की कसम खिलाई। अलग-अलग कसम खिलाई। उस कसम की चिंता मत करना। उस कसम का कोई मतलब नहीं। कसम का तब मतलब होता है जब किसी पवित्र काम या ईमानदारी के काम के लिए कसम खाई जाए। अगर आप किसी बेईमान से पैसा ले रहे हो और वो आपको कसम खिला रहा है। वह कसम नहीं लगती। वह झूठी कसम है।”