डीजीपी पंजाब ने फोर्स का एक महीना मुकम्मल होने पर एस. एस. एफ. मैनुयल किया जारी
चंडीगढ़, 4 मार्च- अपने पहले महीने की शुरुआत में ही बेमिसाल कारगुज़ारी दिखाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू की गई सड़क सुरक्षा फोर्स ( एस. एस. एफ.) ने अंतरराष्ट्रीय मापदण्डों की तर्ज़ पर औसतन 6 मिनट 29 सैकण्ड (389 सैकण्ड) के रिकार्ड समय में 1053 दुर्घटना स्थलों पर पहुंचकर अपेक्षित कार्यवाही करते हुए […]
चंडीगढ़, 4 मार्च-
अपने पहले महीने की शुरुआत में ही बेमिसाल कारगुज़ारी दिखाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू की गई सड़क सुरक्षा फोर्स ( एस. एस. एफ.) ने अंतरराष्ट्रीय मापदण्डों की तर्ज़ पर औसतन 6 मिनट 29 सैकण्ड (389 सैकण्ड) के रिकार्ड समय में 1053 दुर्घटना स्थलों पर पहुंचकर अपेक्षित कार्यवाही करते हुए कीर्तिमान स्थापित किया है।
एसएसएफ टीम को उनके प्रशंसनीय कार्यो और प्राप्तियों के लिए बधाई देते हुए डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने आज यहां बताया कि एसएसएफ ने रिकार्ड समय में हादसों वाले स्थानों पर पहुंचने के इलावा कम से कम 784 सडक़ दुर्घटनाओं के पीड़ितों को प्राथमिक सहायता प्रदान की और 574 गंभीर घायलों को अस्पताल पहुंचाना यकीनी बनाकर बहुत सी बहुमूल्य जिंदगियों को भी बचाया है।
डीजीपी गौरव यादव, जिनके साथ एडीजीपी ( ट्रैफिक़ और सडक़ सुरक्षा) ए. एस. राय भी मौजूद थे, ने इस फोर्स का एक महीना मुकम्मल होने पर एसएसएफ मैनुअल जारी किया। इस मौके सीनियर सुपरडैंट ऑफ पुलिस (एसएसपी) एसएसएफ गगन अजीत सिंह और रिर्सच एसोसिएट पीआरएसटीआरसी उमेश शर्मा भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि पंजाब रोड सेफ्टी एंड ट्रैफिक़ रिर्सच सैंटर द्वारा बाखूबी ढंग के साथ तैयार किये गए एसएसएफ मैनुअल को जारी करते समय वह बेहद खुशी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह व्यापक गाईड समूचे पंजाब में सडक़ सुरक्षा को बढ़ाने के हमारे मिशन में अहम भूमिका निभाएगी।
डीजीपी ने कहा कि यह मैनुअल एसएसएफ को अलग-अलग हालातों के साथ निपटने के इलावा व्यावहारिक सूझ और रणनीतक दिशा-निर्देशों के ज़रिये सडक़ों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करेगा।
और जानकारी देते हुए एडीजीपी एएस राय ने कहा कि एसएसएफ मैनुअल में विस्तृत दिशा- निर्देश, स्टैंडर्ड ओपरेटिंग प्रक्रियाएं ( एसओपी) और ज़रूरी योजनाबद्ध जानकारी शामिल है, जो सडक़ सुरक्षा फोर्स के लिए प्रभावशाली ढंग के साथ कार्यवाही करने में सहायक सिद्ध होगा। इसमें एसएसएफ का मिशन, संगठनात्मक ढांचा, क्रेश इन्वेस्टिगेशन तकनीकें और रोकथाम रणनीतियों सहित अलग-अलग पहलू शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि यह मैनुअल एसएसएफ को संस्थागत रूप देने, सुरक्षित सडक़ मार्गों को यकीनी बनाने और पंजाब भर में ट्रैफिक़ प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए ज़रूरी जानकारी और अन्य सहायता प्रदान करने के लिए वरदान सिद्ध होगा।
ज़िक्रयोग्य है कि 4100 किलोमीटर सडक़ों की सुरक्षा के लिए तैनात एसएसएफ पंजाब के राष्ट्रीय राजमार्गो, राज-मार्गों और प्रमुख ज़िला सड़कों पर कीमती जानों की सुरक्षा के लिए वचनबद्ध है।