UPI से पेमेंट करने वालों के लिए अच्छी ख़बर , बैंक अकाउंट के बिना भी कर पाएंगे भुगतान
आजकल डिजिटल पेमेंट को काफी बढ़ावा दिया जा रहा है, इसके लिए कई लुभावने तरीके अपनाए जाते हैं। लोगों उपभोगताओं के लिए अलग अलग स्कीम लाई जाती हैं, जिससे वो डिजिटक पेमेंट ज्यादा से ज्यादा करें। हाल ही में NPCI डेलिगेटेड पेमेंट सिस्टम बेस्ड UPI Circle सर्विस लॉन्च की है। नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस सर्विस को लॉन्च करते हुए कहा कि इस सर्विस से भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम को आगे बढ़ाया जा सकता है।
UPI Circle एक आंशिक या फुल डिडिटल पेमेंट है, जिसके जरिए आप कोई भी पेमेंट कर सकते हैं। आजकल जो लोग रोज डिजिटल पेमेंट करते हैं उनके लिए बैंक अकाउंट का होना जरूरी है। इस नए फीचर के आने के बाद अब आप अपना UPI अपने बच्चों के साथ भी शेयर कर सकते हैं। इसके पहले यूपीआई को इस्तेमाल करने वालों के पास अपना बैंक अकाउंट का होना जरूरी था लेकिन इसके आने के बाद एक एक ही बैंक से कई UPI पेमेंट किए जा सकते हैं। यानी माता-पिता अपने बच्चों के साथ इसको शेयर कर सकते हैं। आपको बता दें कि इस सर्विस को NPCI ने लॉन्च किया है।
अब सवाल ये उठता है कि UPI का ये नया फीचर काम कैसे करेगा? UPI Circle में दो तरह के यूजर्स होते हैं, पहला प्राइमरी और दूसरा सेकेंडरी। प्राइमरी यूजर्स के पास खुद का अकाउंट होता है, जो सेकेंडरी यूजर को अपने साथ जोड़ सकता है। प्राइमरी यूजर इसमें कुछ लिमिट भी लगा सकता है। इसमें सेकेंडरी यूजर्स को फुल पेमेंट का ऑप्शन दिया जाए कि नहीं इसका फैसला प्राइमरी यूजर करता है।
यूपीआई सर्कल की बात करें तो इसके इस्तेमाल के लिए प्राइमरी यूजर सेकेंडरी यूजर को एक पासकोड देगा, या फिर बायोमेट्रिक डिटेल देनी पड़ेगी। इसमें प्राइमरी यूजर के पास 5 लोगों को इसमें जोड़ने की लिमिट दी गई है। एक यूपीआई सर्कल में मंथली लिमिट की बात करें तो वो 15 हजार रखी गई है। एक दिन में अधिकतम खर्च 5 हजार तक कर सकते हैं। वहीं, इसके कूलिंग पीरियड की बात करें तो वो 24 घंटे रखा गया है।
प्राइमरी यूजर के अधिकार की बात करें तो वो सेकेंडरी यूजर के हर पेमेंट पर नजर रख सकता है, और रोक भी लगा सकता है। साफ तौर पर कहें तो इस फीचर से ऐसे लोगों को भी पेमेंट करने का मौका मिलेगा जिनके पास अपना बैंक अकाउंट नहीं है।