उपायुक्त ने गांवों का दौरा कर ठोस कचरा एवं तरल कचरा प्रबंधन का जायजा लिया
फाजिल्का, 8 जनवरीगांवों के पर्यावरण को हरा-भरा और सुंदर बनाने के लिए कचरे का उचित प्रबंधन जरूरी है, इसलिए अन्य उपयुक्त व्यवस्थाएं की जानी चाहिए। ये उद्गार उपायुक्त डाॅ. सेनू दुग्गल ने इस अवसर पर गांव कोड़ास वाली और चक सुखेरा में निर्मित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और तरल अपशिष्ट प्रबंधन की समीक्षा की। उपायुक्त ने […]
फाजिल्का, 8 जनवरी
गांवों के पर्यावरण को हरा-भरा और सुंदर बनाने के लिए कचरे का उचित प्रबंधन जरूरी है, इसलिए अन्य उपयुक्त व्यवस्थाएं की जानी चाहिए। ये उद्गार उपायुक्त डाॅ. सेनू दुग्गल ने इस अवसर पर गांव कोड़ास वाली और चक सुखेरा में निर्मित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और तरल अपशिष्ट प्रबंधन की समीक्षा की।
उपायुक्त ने कहा कि ठोस कचरा एवं तरल कचरा प्रबंधन के निर्माण से जहां गांवों की सूरत भी सुंदर बनायी जा सकती है, वहीं कचरे का सही प्रबंधन कर बीमारियों से भी बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव कोड़ासवाली में ठोस कचरा प्रबंधन में गीले कचरे से खाद तैयार की जा रही है, जिसका उपयोग बाद में प्लांटों में किया जाता है। इसी प्रकार, ग्राम चक सुखेरा में थापर मॉडल तकनीक से निर्मित तरल अपशिष्ट प्रबंधन सुविधा का भी दौरा किया गया, जिसके माध्यम से अपशिष्ट जल का प्रबंधन किया जा रहा है, जिसे साफ करने के बाद उपयोग में लाया जा रहा है।
इस अवसर पर उन्होंने मैग्नगरेगा स्टाफ को गांवों में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गांवों को आदर्श गांव बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि गांवों के विकास के लिए अधिक से अधिक प्रस्ताव बनाये जायें और समग्र विकास को विशेष प्राथमिकता दी जाये।
इस मौके पर पंचायत सचिव संदीप कुमार, कार्यकारी अभियंता जल सप्लाई विभाग धर्मेंद्र, एसडीओ मनप्रीत कंबोज, सरपंच अजीत कौर आदि मौजूद थे।