क्या जूस से भी है फूड पॉइजनिंग से लेकर टाइफाइड का खतरा! जाने इससे कैसे हो सकता है बचाव
जब भी हम कभी घर से बाहर जाते हैं तो हम वहां जाकर कुछ न कुछ जरूर खाते पीते हैं। कई लोग बाजार के अनहेल्दी खाने से बचने के लिए जूस पीते हैं क्योंकि ये उन्हें हेल्दी ऑप्शन लगता है। लेकिन क्या आपको पता है जिस जूस को आप हेल्दी समझकर पीते हैं वो जूस आपके लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है। इस जूस से आपको कई गंभीर बीमारी हो सकती है। आइए जानते सड़क किनारे मिलने वाले जूस से आपको कौनसी गंबीर बीमारी हो सकती है।
हैजा एक वाटर बोर्न डिजीज है, जो विब्रियो कोलेरा नाम के एक वायरस से होती है। ये वायरस पानी के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करता है। बाजार के जूस में लोग साफ पानी का इस्तेमाल नहीं करते हैं जिससे इस बीमारी के होने का खतरा और भी बढ़ जाता है। ऐसे में कोशिश करें कि आप बाजार का जूस न पीएं।
आजकल हर गली मोहल्ले में जूस कॉर्नर है जो हेल्दी कहकर जूस बेचते हैं लेकिन अगर आप इन्हें एक बार जूस बनाते हुए देख लेंगे तो शायद ही आप फिर कभी इसे पिएंगे। ये जूस इतनी गंदगी के साथ बनाया जाता है कि इससे आपको फूड पॉइजनिंग हो सकती है। फूड पॉइजनिंग होने के कुछ मुख्य कारण गंदगी, पुराने फलों का इस्तेमाल, बर्तनों को साफ से न धोना आदि है। फूड पॉइजनिंग के कारण पेट दर्द, उल्टी, चक्कर और शरीर में कमजोरी होती है।
सड़क किनारे मिलने वाला जूस सेहत के लिए हानिकारक होता है। इसमें गंदे पानी का इस्तेमाल किया जाता है जिसमें बैक्टीरिया और फंगस मौजूद होता है और यही टाइफाइड होने का मुख्य कारण है। टाइफाइड में तेज बुखार, पेट दर्द, सिरदर्द जैसी समस्याएं होती हैं।
बाजार के जूस में इतनी मिलावट की जाती है कि कई बार तो ये पचता भी नहीं है। इसे पीने के तुरंत बाद उल्टी और पेट दर्द होने लगता है। इसलिए आपने देखा होगा कि डॉक्टर बीमारी में बाजार का जूस न पीने की सलाह देते हैं। वो घर पर बने जूस का सेवन करने को कहते हैं।