बीजेपी की चुनाव समिति पर घमासान , दिल्ली पहुंचे अनिल विज ने की केंद्रीय मंत्री से मुलाकात
हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर बनाई गई BJP की प्रदेश चुनाव समिति को लेकर घमासान मचा है। 2 दिन पहले जारी लिस्ट में पूर्व गृहमंत्री अनिल विज का नाम नहीं था। इससे नाराज अनिल विज सोमवार को अचानक दिल्ली पहुंच गए।
यहां उन्होंने केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जाहिर की। इसके बाद सोमवार देर रात ही पार्टी की ओर से चुनाव समिति की संशोधित लिस्ट जारी की गई। इस लिस्ट में 9वें नंबर पर पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का नाम जोड़ा गया है।
अनिल विज के अलावा हिसार से लोकसभा प्रत्याशी रह चुके सैनी मंत्रिमंडल के जेल और ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला का नाम भी लिस्ट में नहीं है। चर्चा है कि वह भी इसको लेकर नाराज हैं, जिससे वह घर बैठ गए हैं।
लोकसभा चुनाव से हार के बाद रणजीत चौटाला ने सारा ठीकरा कैप्टन अभिमन्यु और कुलदीप बिश्नोई पर फोड़ा था। कैप्टन अभिमन्यु को प्रदेश चुनाव समिति में जगह दी गई है। वहीं कुलदीप बिश्नोई प्रदेश चुनाव समिति और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति दोनों कमेटियों में शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं किरण चौधरी को भी किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। किरण चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर बेटी श्रुति चौधरी का टिकट कटने पर उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। वहीं किरण चौधरी की राज्यसभा जाने की बात भी सामने आई थी। लेकिन अभी तक भाजपा ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल को भी किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। उनकी मां सावित्री जिंदल हिसार विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं। इस बाद वह भाजपा के टिकट की दावेदार भी हैं। फिलहाल हिसार सीट से स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता विधायक हैं।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव में सिरसा सीट पर सुनीता दुग्गल का टिकट काटकर डॉ. अशोक तंवर को उम्मीदवार बनाया था। टिकट कटने पर सुनीता दुग्गल कहीं न कहीं भाजपा से नाराज हो गई थीं। अब विधानसभा चुनाव से पहले सुनीता दुग्गल को दोनों कमेटियों में शामिल किया गया है। चर्चा यह भी है कि वह विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं।