सबसे बड़ी ड्रग खेप, वॉशिंग मशीन में छिपाई गई थी 400 करोड़ रुपये की 85 किलो हेरोइन
तरनतारन पुलिस ने 2025 की सबसे बड़ी नार्को तस्करी कार्रवाई में एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए 85 किलो हेरोइन जब्त की है। यह नेटवर्क पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संरक्षण में चल रहा था और इसे यूके स्थित ड्रग हैंडलर लल्ली संचालित कर रहा था।
भारत में स्थित इस नेटवर्क के मुख्य संचालक अमृतसर (ग्रामीण) के गांव भिट्टेवाड़ निवासी अमरजोत सिंह उर्फ जोता संधू को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार अमरजोत सीमा पार के तस्करों से ड्रग्स की खेप प्राप्त करता था और उन्हें पंजाब के विभिन्न हिस्सों में सप्लाई करता था। उसके आवास का इस्तेमाल इस नेटवर्क के लिए मुख्य ठिकाने के रूप में किया जा रहा था।
पुलिस ने उसके ठिकाने से 85 किलो हेरोइन बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए कीमत बताई जा रही है। इस संबंध में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है।
तरनतारन पुलिस ने पुष्टि की है कि यह नेटवर्क पाकिस्तान से संचालित हो रहा था और इसमें ISI की संलिप्तता के संकेत मिले हैं। यूके में बैठे लल्ली नामक तस्कर इस पूरे नेटवर्क को नियंत्रित कर रहा था, जबकि अमरजोत जैसे स्थानीय एजेंट ग्राउंड लेवल पर डिलीवरी और सप्लाई का काम संभालते थे।
पुलिस ने बताया कि वे बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक यानी नेटवर्क के पिछले और आगे के संबंधों की गहराई से जांच कर रहे हैं। इसमें और गिरफ्तारियां तथा ड्रग्स की बरामदगी संभव है।
तरनतारन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता बताया है और कहा है कि सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन, सुरंग और अन्य तरीकों से हो रही ड्रग्स तस्करी पर पूरी निगरानी रखी जा रही है।
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एसएसपी तरनतारन अभिमन्यु राणा ने बताया कि इस मामले में सक्रियता से और सुरागों का पीछा कर रहे हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां तथा बरामदगी होने की संभावना है। ड्रग्स के खिलाफ हमारी कार्रवाई जीरो टॉलरेंस पर आधारित है।