अमृतसर में किसानों का ट्रैक्टर मार्च शुरू , जगह-जगह जलाईं जाएंगी काले कानून की कॉपियां
तीन काले कानूनों के खिलाफ जारी संघर्ष के बीच किसानों की ओर से ट्रैक्टर मार्च का ऐलान किया गया है जो कि हर जिले में आज निकाला जाएगा। किसानों का ट्रैक्टर मार्च वाघा बॉर्डर से शुरू गया। हर जत्थेबंदी तकरीबन 500 ट्रैक्टर अपने साथ लेकर चल रही है। शहर के आसपास के इलाकों का मार्च वाघा से निकाला जाएगा, वहीं बाहर के ब्लॉक अपने एरिया से मार्च निकाल कर सीधा गोल्डन गेट पहुंचेंगे।
किसान संघर्ष कमेटी के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि एमएसपी लीगल कानून बनाने के लिए अब फिर से ट्रैक्टर मार्च शुरू किया जाएगा, जिसके लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है। 11 बजे से मार्च वाघा बॉर्डर से निकलेगा। इसके लिए पुलिस की ओर से पहले ही रूट प्लान तैयार किया है और शेयर किया जा चुका है।
अमृतसर जिले में यह मार्च वाघा बार्डर से शुरू होगा और गोल्डन गेट तक जाएगा। जिसके लिए किसानों ने तैयारी पूरी कर ली है। मार्च में शामिल होने वाले ट्रैक्टरों को भी मोडिफाई किया गया है। मार्च के बाद गोल्डन गेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका जाएगा और तीन काले कानूनों की कॉपियां जलाईं जाएंगी।
अमृतसर के वाघा बार्डर पर रिट्रीट सेरेमनी देखने के लिए रोजाना हजारों की संख्यां में लोग पहुंचते हैं जो कि ट्रैक्टर मार्च के चलते परेशान हो सकते हैं। हालांकि ट्रैक्टर मार्च 3 से 4 घटों में खत्म हो जाएगा, लेकिन इसके चलते जाम की वजह से गोल्डन गेट से आने वाले टूरिस्टों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने किसानों से अपील करते हुए आगे कहा कि इसके बाद 31 अगस्त को रैली के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान बॉर्डर पर इकट्ठे हों। फिर 1 सितंबर को संबल में, हरियाणा में महारैली होगी। 22 सितंबर को पीपली में बड़ी रैली करेंगे। 31 अगस्त को हरियाणा-पंजाब के शंभु बार्डर पर चल रहे आंदोलन के 200 दिन पूरे होंगे तो उस दिन हरियाणा, पंजाब समेत अन्य सीमावर्ती राज्यों के बार्डर पर अधिक से अधिक ट्रैक्टर के साथ पहुंचकर आंदोलन का आह्वान किया है।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि एमएसपी कानून की गारंटी समेत सभी 12 मांगें यथावत है। किसान नेता ने कहा कि हरियाणा में निहत्थे किसान नेताओं पर गोलिया बरसाने वाले पुलिस अधिकारियों को राष्ट्रपति मेडल देने की सिफारिश की गई है, जो गलत है।