3700 फीट की ऊंचाई पर 1 घंटे तक लटकते रहे टूरिस्ट नहीं आया कोई बचाने ! देखों फ़िर..
चीन के ज़ेजियांग प्रांत का है. यहां पर यैनडैंग पहाड़ी पर लोग चढ़ रहे थे
दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जिन्हें पर्वतारोहण, यानी पहाड़ों पर चढ़ना बहुत पसंद है. इस वजह से लोग अक्सर ट्रेकिंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट के लिए निकल जाते हैं. पर कई भार ऐसे स्पोर्ट्स में हादसे भी बड़े-बड़े हो जाते हैं. जिसकी वजह से लोगों को बहुत तकलीफ होती है. हाल ही में ऐसा ही एक चीन में भी सैकड़ों पर्वतारोहियों के साथ हुआ, जब वो 3700 फीट की ऊंचाई पर करीब 1 घंटे तक लटके रहे. उनकी जान हलक में अटक गई, पर उन्हें कोई बचाने नहीं आया. फिर जो हुआ, वो जानकर आप हैरान हो जाएंगे.
द सन वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार ये मामला चीन के ज़ेजियांग प्रांत का है. यहां पर यैनडैंग पहाड़ी पर लोग चढ़ रहे थे. पर अचानक ऊपर जाने वाली टूरिस्टों की लाइन रुक गई. चीन के सोशल मीडिया पर एक शख्स ने इस घटना का वीडियो पोस्ट किया था. उसने बताया कि वो लोग 1 घंटे से वहां पर फंसे हुए हैं. कोई भी अपनी जगह से नहीं हिल रहा है. यूं तो उसने ये नहीं बताया कि वो कितनी ऊपर था, पर पहाड़ 3773 फीट ऊंचा है.
यैनडैंग माउंटेन रॉक क्लाइबिंग अट्रैक्शन के मैनेजमेंट ने कहा कि लोग ज्यादा थे, इस वजह से उन्हें बचाने में देर लगी. 1 मई से 5 मई के बीच चीन में मे-डे मनाया जाता है, जो छुट्टी का वक्त होता है. इस वजह से टूरिस्टों की संख्या ज्यादा थी. चोटी पर इतने टूरिस्ट थे, कि ऊपर सब फिट नहीं हो सकते थे. ऊपर जाने वाले नीचे नहीं आ पा रहे थे और नीचे वाले ऊपर नहीं जा पा रहे थे. इसको ठीक करने के लिए ऊपर जाने से लोगों को रोका गया, फिर ऊपर वाले नीचे उतरे तब जाकर भीड़ छंट पाई.
हैरानी की बात ये है, कि इस चढ़ाई पर करने वाला कोई भी व्यक्ति, जिसे डर लग रहा हो, एक प्रोफेशनल की मदद से कभी भी नीचे उतर सकता है. पर रेस्क्यू के लिए फीस देनी पड़ती है, जिसके चलते कई लोगों ने पैसे बचाकर लटकना ठीक समझा. मैनेजमेंट ने बताया कि रेस्क्यू के लिए फीस इस वजह से लगाई गई है, क्योंकि बहुत से लोग ऐसा करने लगे थे कि वो मजे के लिए कुछ दूरी तक ऊपर जाते थे, और फिर नीचे आने के लिए रेस्क्यू का सहारा लेते थे. वो पूरी तरह ऊपर भी नहीं जाते थे. मैनेजमेंट की ओर से कहा गया कि उन्होंने लोगों का अंदाजा गलत लगा लिया जो पहाड़ चढ़ने में रुचि रखते हैं. इसके साथ ही बेहतर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम न होना, टिकट रिजर्वेशन सिस्टम का न होना ही इस रुकावट का कारण था.