समाज की प्रगति के लिए लड़के-लड़कियों के बीच अंतर मिटाना जरूरी: डॉ. कविता सिंह
फाजिल्का 13 जनवरी स्वास्थ्य विभाग फाजिल्का के अंतर्गत पीएचसी, सीएचसी और सिविल अस्पताल फाजिल्का और अबोहर में नवजात लड़कियों को समाज में उचित दर्जा दिलाने के उद्देश्य से कन्या भ्रूण हत्या के प्रति जागरूकता के लिए हर साल की तरह इस साल भी नवजात लड़कियों की लोहड़ी मनाई गई। इस अवसर पर डॉ. कविता सिंह […]
फाजिल्का 13 जनवरी
स्वास्थ्य विभाग फाजिल्का के अंतर्गत पीएचसी, सीएचसी और सिविल अस्पताल फाजिल्का और अबोहर में नवजात लड़कियों को समाज में उचित दर्जा दिलाने के उद्देश्य से कन्या भ्रूण हत्या के प्रति जागरूकता के लिए हर साल की तरह इस साल भी नवजात लड़कियों की लोहड़ी मनाई गई।
इस अवसर पर डॉ. कविता सिंह जिला परिवार कल्याण अधिकारी फाजिल्का ने कहा कि लड़कियों के बिना समाज अधूरा है और हमें लड़कियों का आदर और सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं के बिना समाज की कल्पना संभव नहीं है। आज के दौर में लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं हैं। हर मौका मिलने पर लड़कियों ने विश्व स्तर पर अपना नाम कमाया है, जैसे मदर टेरेसा, सुनीता विलियम, कल्पना चावला, पीटी उषा, किरणबेदी और पीवी सिंधु इसके उदाहरण हैं। हमें लड़कियों को लड़कों जितना ही प्यार करना चाहिए और उन्हें उच्च शिक्षा सहित अच्छी परवरिश और जीवन में आगे बढ़ने का हर अवसर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 05 वर्ष तक की बालिकाओं का निःशुल्क इलाज किया जाता है। जरूरत पड़ने पर लोगों को अपनी बच्चियों के इलाज के लिए इस सुविधा का पूरा लाभ उठाना चाहिए।
इस मोके सिविल अस्पताल जिला फाजिल्का में जन्मी लगभग नवजात बेटियों को बेबी बाथ किट, गर्म कंबल, गर्म सूट और आयरन भेंट की गई और स्टाफ सदस्यों को भी आयरन वितरित किए गए। उन्होंने उन नवजात बेटियों के माता-पिता से अपील की कि वे अपनी बेटियों को बोझ न समझें, उन्हें लड़कों की तरह प्यार करें और जीवन में आगे बढ़ने का मौका दें।