उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर UT के पहले मुख्यमंत्री
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही वे इस केंद्र शासित राज्य के पहले सीएम बन गए। कार्यक्रम श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में हुआ।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं हुई है। हालांकि उमर के शपथ समारोह में राहुल और प्रियंका गांधी मौजूद रहे। कांग्रेस ने सरकार को बाहर से समर्थन दिया है। पार्टी का कहना है कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिलने तक उसकी लड़ाई जारी रहेगी।
शपथ लेने के बाद उमर ने कहा कि उनकी गाड़ी के लिए सड़क पर कोई भी ग्रीन कॉरिडोर या ट्रैफिक नहीं रोका जाएगा। उन्होंने अपने मंत्रियों से भी अनुरोध किया है कि वे भी ऐसा ही करें। उमर का कहना है कि वे जनता की सेवा के लिए हैं, न कि उन्हें तकलीफ देने के लिए।
डिप्टी CM सुरेंदर चौधरी: नौशेरा से विधायक हैं। विधानसभा चुनाव में राज्य भाजपा के अध्यक्ष रहे रवींद्र रैना को 7819 वोट से हराया।
मंत्री सकीना इट्टू: डीएस पोरा से विधायक, 1996 में जम्मू-कश्मीर की सबसे युवा विधायक बनी थीं। तब उम्र 26 साल थी। 2008 में जम्मू-कश्मीर से अकेली महिला मंत्री थीं।
मंत्री जावेद राणा: मेंढर से विधायक हैं। 2002 और 2014 में इसी सीट से विधायक बने। पहली बार मंत्री बनाए गए हैं।
मंत्री जावेद अहमद डार: राफियाबाद से चुनाव जीते हैं। पहली बार विधायक बने हैं।
मंत्री सतीश शर्मा: छंब सीट से निर्दलीय विधायक हैं। उमर अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन दिया है। शपथ लेने के बाद उन्होंने "जय माता दी" का नारा लगाया।