मुख्यमंत्री ने व्यापारियों और उद्योगपतियों को राज्य की आर्थिकता की रीढ़ की हड्डी बताया
लुधियाना, 3 मार्चः पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज यहाँ सरकार-व्यापार मिलनी के दौरान उद्योगपतियों और व्यापारियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया। इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार-व्यापार मिलनी के रूप में अपनी किस्म की इस पहली पहलकदमी का उद्देश्य व्यापारिक भाईचारे की […]
लुधियाना, 3 मार्चः
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज यहाँ सरकार-व्यापार मिलनी के दौरान उद्योगपतियों और व्यापारियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया।
इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार-व्यापार मिलनी के रूप में अपनी किस्म की इस पहली पहलकदमी का उद्देश्य व्यापारिक भाईचारे की भलाई यकीनी बनाना है। उन्होंने कहा कि यह राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देकर राज्य की पुरातन शान बहाल करने की तरफ एक ठोस कदम है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य की आर्थिकता में उद्योग और व्यापार अहम भूमिका निभाते हैं और यह हर राज्य की रीढ़ की हड्डी होते हैं, जिसके लिए इसको बढ़ावा देना लाज़िमी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के विकास को बढ़ावा देकर राज्य की नुहार बदलने के लिए अथक मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा कि वह लोगों की भलाई और राज्य के विकास के लिए घटीए दर्जे की राजनीति की बजाय ‘काम की राजनीति’ कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसा बहुत पहले हो जाना चाहिए था जिससे लोगों को इसका लाभ मिल सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब तक टाटा स्टील, सनातन टेक्स्टाईल और अन्य प्रमुख कंपनियों की तरफ से 70,000 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है, जो अन्य कंपनियों को निवेश के लिए उत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्थानीय उद्योगों के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है और वह राज्य के असली ब्रांड अम्बैसडर हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार यह यकीनी बनाने के लिए वचनबद्ध है कि यह कंपनियाँ राज्य में अपने कारोबार का विस्तार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश भर में से राज्य में अमन- कानून की स्थिति सब से बढ़िया है, जिस कारण बड़े स्तर पर उद्योग राज्य में निवेश के लिए आ रहे हैं।। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत पिछली सरकारों समय पर नेता निवेश के लिए आने वाले उद्यमों में हिस्सेदारी मांगते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले सत्ताधारी परिवारों के साथ समझौतों पर दस्तखत किये जाते थे परन्तु अब राज्य की तरक्की और खुशहाली के लिए यह समझौते किये जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने व्यापारियों को राज्य की तरक्की और खुशहाली के लिए तन-मन के साथ काम करने का न्योता दिया। उन्होंने व्यापारियों और उद्योगपतियों को राज्य की आर्थिक खुशहाली के नये युग की शुरुआत के लिए इस क्रांति में हिस्सेदार बनने का न्योता दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही फोकल प्वाइंटों और एस. ई. ज़ैडज़ में बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने के इलावा औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष पुलिस चौकियाँ स्थापित करके सुरक्षा यकीनी बनाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वह दिन चले गए हैं जब उद्योगों और व्यापारियों को बेवजह परेशानी झेलनी पड़ती थी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अब उनकी सुविधा के लिए काम करेगी और बीते समय के उलट अब कोई भी उद्योगपतियों को तंग नहीं करेगा, बल्कि राज्य सरकार उद्योगों को उत्साहित करने के लिए हर संभव यत्न करेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र के व्यापक विकास को यकीनी बनाने के लिए हर संभव कदम उठाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में मौजूदा औद्योगिक इकाईयों की सुरक्षा से इलावस इन इकाईयों के विस्तार और उत्साहित करने के लिए ठोस प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों ने देश के सामाजिक- आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन उद्योगों ने विश्व भर में अपनी पहचान बनाई है और राज्य सरकार इनके हितों की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए हर संभव यत्न करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अमन- कानून की स्थिति को कायम रखने के लिए पहली बार 410 हाई- टैक वाहन पंजाब पुलिस के स्टेशन हाऊस अफ़सरों ( एस. एच. ओज़) को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत पिछली सरकारों के समय पर यही नये वाहन उच्च अधिकारियों को दिए जाते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि एस. एच. ओज़ पंजाब पुलिस का असली चेहरा हैं क्योंकि वह सीधे तौर पर लोगों के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस कदम से उद्योगपतियों को बहुत फ़ायदा होगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य में सड़क हादसों के कारण होने वाली मौतों की दर पर काबू पाने के साथ-साथ राज्य की सड़कों पर यातायात को सुचारू बनाने के लिए राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा फोर्स की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि अपनी किस्म की यह पहली विशेष फोर्स पंजाब में रोज़मर्रा के सड़क हादसों में कीमती जानें बचाने के लिए अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि सड़क हादसों को रोकने के लिए इस फोर्स को गलत ढंग के साथ ड्राइविंग करने, सड़कों पर वाहनों के यातायात को सुचारू बनाने और अन्य कामों की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि शुरुआती तौर पर हर 30 किलोमीटर के घेरे में अत्याधुनिक यंत्रों के साथ लैस 129 वाहन सड़कों पर तैनात किये गए हैं और इन वाहनों में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को एमरजैंसी इलाज मुहैया करवाने के लिए संपूर्ण मैडीकल किट की सुविधा भी उपलब्ध है।
अपने संबोधन में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को राज्य सरकार की तरफ से अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और सहूलतों के साथ लैस नये स्कूल आफ एक्सीलेंस का दौरा करने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि यह स्कूल सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को कान्वेंट से पढ़े विद्यार्थियों का मुकाबला करने में मदद करेगा जिससे वह जीवन में और आगे बढ़ सकें। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि स्कूल का एक ही दौरा उद्योगपतियों को यह सोचने के लिए मजबूर कर देगा कि उनको भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ने भेजना चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए अथक काम कर रही है। उन्होंने कहा कि लोगों की भलाई के मद्देनज़र शनिवार को 165 आम आदमी क्लीनिक समर्पित किये गए। उन्होंने कहा कि पिछले 75 सालों में लोगों को मानक स्वास्थ्य सहूलतें मुहैया करने के लिए ऐसा कोई प्रयास नहीं हुआ। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि अब राज्य में 829 आम आदमी क्लीनिक सुचारू रूप में काम कर रहे हैं और इन क्लीनिकों में आने वाले लोगों को मुफ़्त इलाज की सुविधा दी जा रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में एक अलग किस्म की सरकार सत्ता में आई है, जिससे अब सरकारी अदारों की नुहार ही बदल जायेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पौश इलाकों में भी लोग मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने के लिए मोहल्ला क्लीनिकों की माँग कर रहे हैं। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि यह क्लीनिक लोगों को मानक और बढ़िया इलाज प्रदान कर रहे हैं, जिसके कारण यहाँ लोगों की आमद में लगातार विस्तार हो रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ़ राज्य भर के सरकारी स्कूलों का नवीनीकरण किया जा रहा है और दूसरी तरफ़ सरकारी अस्पतालों को आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ लैस करके अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के नौजवानों को नौकरियाँ प्रदान करना राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है, जिसके लिए औद्योगिक क्षेत्र बड़ा आधार है। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र की सभी समस्याओ को पहल के आधार पर निपटा जायेगा जिससे अधिक से अधिक नौकरियाँ पैदा हो सकें।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली किसी भी सरकार ने उद्योगपतियों और व्यापारियों की भलाई की कभी कोई चिंता नहीं की। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों उद्योगपतियों को चोर करार देती थीं, परन्तु यह सरकार उद्योगपतियों को राज्य की सामाजिक आर्थिक तरक्की में बराबर का हिस्सेदार बनाना चाहती है। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकार पिछली सरकारों की तरह लूटने की बजाय व्यापारियों और उद्योगपतियों की सुविधा के लिए है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इन मिलनियों को राज्य सरकार और व्यापारियों के दरमियान बेहतर तालमेल के लिए समय की माँग बताया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को पेश मुश्किलों का जल्द हल करना और उनको बड़े स्तर पर लाभ पहुंचाना ही समय की ज़रूरत है। अरविन्द केजरीवाल ने ग़ैर- भाजपा राज्यों के सुचारू कामकाज में रुकावटें बिछाने के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि यह सब केंद्र का घमंडी रवैया और मनमाना है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे कि केरला, पश्चिमी बंगाल, तेलंगाना और अन्य राज्यों के लोगों ने अपने मुख्यमंत्रियों को लोक सभा सीटें देकर शक्ति दी थी, उसी तरह अब समय आ गया है कि भगवंत सिंह मान को सभी लोक सभा सीटें जीताईं जाएँ। उन्होंने कहा कि केंद्र पंजाब विरोधी रवैये का शिकार है, इसलिए केंद्र को सबक सिखाना ज़रूरी है, जिसके लिए पंजाबियों को तैयारी कर लेनी चाहिए। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि अब समय आ गया है जब केंद्र सरकार को राज्य की झाँकी को रद्द करने के अपने गुनाह की सज़ा दी जाये क्योंकि यह पंजाब और पंजाबियों का सीधे तोर पर अपमान है। उन्होंने कहा कि राज्य के शहीदों को उनके महान बलिदानों के लिए केंद्र से किसी एन. ओ. सी. की ज़रूरत नहीं है।