17 परिवारों को उनकी योग्यता के अनुसार नियुक्ति पत्र वितरित किये
बठिंडा, 16 मार्च: तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए दिल्ली में संघर्ष के दौरान पंजाब के करीब 700 किसानों की मौत हो गई। संघर्ष के दौरान शहीद हुए किसानों के परिवारों को पंजाब सरकार द्वारा 5-5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी गई और यह घोषणा की गई कि प्रत्येक परिवार के एक […]
बठिंडा, 16 मार्च: तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए दिल्ली में संघर्ष के दौरान पंजाब के करीब 700 किसानों की मौत हो गई। संघर्ष के दौरान शहीद हुए किसानों के परिवारों को पंजाब सरकार द्वारा 5-5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी गई और यह घोषणा की गई कि प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। 25 परिवारों के सदस्यों को नौकरी आधारित दी गई बठिंडा विभाग में उनकी योग्यता के आधार पर।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए मुख्य कृषि अधिकारी डाॅ. करनजीत सिंह गिल ने कहा कि इसी श्रृंखला के तहत पंजाब सरकार द्वारा जारी निर्देशों और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर के निर्देशों के तहत उनकी योग्यता के आधार पर अन्य 17 परिवारों के पारिवारिक सदस्यों को नियुक्ति पत्र दिए गए।
इस बीच, डॉ. गिल ने बताया कि यह नियुक्ति पत्र गांव घुमान कलां के शहीद किसान बलजीत सिंह मलकीत सिंह के भाई, गांव संदोहा के शहीद किसान टेक सिंह ईशर सिंह के बेटे, गांव राजगढ़ कुब्बे के शहीद किसान प्यारा सिंह के पोते, शहीद किसान की मां, शहीद किसान प्यारा सिंह के पोते हैं। अनमोल प्रीत सिंह मनजीत, कोर गांव बडयाला, चमकोर सिंह गांव बल्लो, शहीद किसान चानन सिंह के पोते, सुखजीत कोर गांव बल्लो, शहीद किसान हरविंदर सिंह की मां, अर्शदीप सिंह शहीद किसान दमन सिंह गांव स्वाच के बेटे, ईश्वर सिंह शहीद किसान के बेटे तरसेम सिंह गांव पीरकोट, शहीद किसान गुरदीप सिंह पुत्र रणजीत सिंह, गांव राया, शहीद किसान लाभ सिंह का बेटा लखवीर सिंह, गांव फूल, शहीद किसान मनप्रीत सिंह की पत्नी जसबीर कोर, गांव बुर्ज मानसा, हरमनप्रीत सिंह का पोता शहीद किसान ध्यान सिंह, शहीद किसान कुलविंदर सिंह के गांव मेहराज पट्टी संदली, बेटी कमलप्रीत कौर गांव लहरा धूरकोट, शहीद किसान तरसेम सिंह की पत्नी मनप्रीत कौर गांव महिमा भगवाना, शहीद किसान गुरजंट सिंह के बेटे इंदरजीत सिंह गांव सिविया, लखविंदर सिंह के पोते शहीद किसान हरबंस सिंह गांव जोधपुर पाखर, शहीद किसान सिवराज सिंह की पत्नी राजदीप कौर गांव बंबीहा, शहीद किसान दर्शन सिंह के बेटे लखवीर सिंह, गांव कोठा गुरु, शहीद किसान सुखदेव सिंह के बेटे लाखा सिंह, गांव कोतराकोरा, जिला बठिंडा को दी गई। सरकारी नौकरियों।
नियुक्ति पत्र मिलने के बाद शहीद किसानों के परिजनों ने मुख्य कृषि अधिकारी, बठिंडा को आश्वासन दिया कि वे अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी और लगन से निभाएंगे।