इजरायली सैन्य हमलों के दौरान गाजा में मारे गए 25 फिलिस्तीनी , 25 साल बाद शुरू हुआ टीकाकरण
फिलिस्तीन और इजरायल के बीच जंग पिछले 11 महीने से चल रही है। इस जंग में हजारों मासूम लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जंग से सबसे ज्यादा नुकसान गाजा को हुआ है। वहां पर हमलों में मासूम बच्चे मारे जा रहे हैं। इस जंग को रोकने के लिए अभी तक किए गए सभी प्रयास विफल हुए हैं। शुक्रवार को गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य हमले किए गए, जिसमें कम से कम 27 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई।
इस बीच गाजा में पोलियो के खिलाफ एन्क्लेव में बच्चों का टीकाकरण फिर से शुरू कर दिया गया है। कैंप में आए चिकित्सकों ने कहा कि क्षेत्र के 8 शरणार्थी शिविरों में से एक, नुसीरात में, एक इजरायली हवाई हमले में 2 महिलाओं और 2 बच्चों की मौत हो गई, जबकि गाजा शहर में 2 अन्य हवाई हमलों में 8 लोग मारे गए।
इजरायली सेना ने गाजा शहर के जिटौन में कई घरों को उड़ा दिया। गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि गाजा युद्ध विराम समझौते पर पहुंचने के लिए बचे मुद्दों पर हां कहना इजरायल और हमास दोनों के लिए जरूरी है। ब्लिंकन ने कहा कि गाजा युद्ध विराम समझौते के लिए लगभग 90% सहमत है, लेकिन कुछ मुद्दे अभी भी बने हुए हैं। इजरायल ने कहा है कि वह अपनी जगह नहीं छोड़ेगा तो हमास का कहना है कि जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक कोई समझौता नहीं हो पाएगा।
इस सब के बीच खान यूनिस के निवासी और राफा के विस्थापित परिवार अपने बच्चों को पोलियो का टीका लगवाने के लिए शिविरों में पहुंचे। यह अभियान एक साल के बच्चे के लकवाग्रस्त होने के मामले की खोज के बाद शुरू किया गया था। दुनिया की सबसे घनी आबादी वाले स्थानों में से एक गाजा में 25 सालों में इस बीमारी का यह पहला मामला था। यह फिर से उभर आया है, क्योंकि गाजा में इस वक्त अस्पतालों की हालत ठीक नहीं है। इजरायल के हमलों से यह तबाह हो गए हैं, जिसकी वजह से वहां के निवासियों में कई नई बीमारियां देखने को मिल रही हैं।
फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी, UNRWA ने कहा कि गुरुवार को गाजा के दक्षिणी इलाकों में कम से कम 160,000 बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई गई। यह अभियान का दूसरा चरण था। UNRWA ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘1 सितंबर से यूएनआरडब्ल्यूए और भागीदारों ने गाजा के मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों में लगभग 355,000 बच्चों को पोलियो डॉप पिलाई। अगले कुछ दिन में हम पोलियो टीकाकरण अभियान चलाना जारी रखेंगे, जिसका उद्देश्य 10 साल से कम उम्र के लगभग 640,000 बच्चों तक यह टीका पहुंचाना है।