पंजाब संभावित हादसों वाले सभी 784 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान करने और 60 प्रतिशत को दुरुस्त करने वाला देश का पहला राज्य: लालजीत सिंह भुल्लर

पंजाब संभावित हादसों वाले सभी 784 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान करने और 60 प्रतिशत को दुरुस्त करने वाला देश का पहला राज्य: लालजीत सिंह भुल्लर

चंडीगढ़, 14 फ़रवरी: पंजाब के परिवहन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने आज बताया कि पंजाब नवीनतम इंजीनियरिंग तकनीकों की सहायता से संभावित हादसों वाले सभी 784 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान करने और इनमें से 60 प्रतिशत को दुरुस्त करने वाला देश का पहला राज्य है। यहाँ मगसीपा में ‘सडक़ सुरक्षा माह’ के समाप्ति समारोह […]

चंडीगढ़, 14 फ़रवरी:

पंजाब के परिवहन मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने आज बताया कि पंजाब नवीनतम इंजीनियरिंग तकनीकों की सहायता से संभावित हादसों वाले सभी 784 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान करने और इनमें से 60 प्रतिशत को दुरुस्त करने वाला देश का पहला राज्य है।

यहाँ मगसीपा में ‘सडक़ सुरक्षा माह’ के समाप्ति समारोह के दौरान पी.आर.टी.सी./पंजाब रोडवेज, ट्रकों और स्कूल बसों के चालकों, प्राईवेट बस ऑपरेटरों और टैक्सी ऑपरेटरों को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री ने कहा कि सडक़ हादसों में मृत्यु दर को और घटाने के लिए एन.एच.ए.आई. की मदद से अब तक इन ब्लैक स्पॉट्स को दुरुस्त करने के लिए लगभग 700 करोड़ रुपए ख़र्च किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार सडक़ हादसों में जाने वाली कीमती जानें बचाने के लिए लगातार काम कर रही है, जिसके लिए सडक़ सुरक्षा फोर्स की स्थापना, जंक्शनों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने, स्पीडो और एल्को-मीटरों का प्रयोग जैसे विभिन्न कदम उठाए गए हैं। चालकों को सेफ्टी बैल्ट नियमित तौर पर लगाने की अपील करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि टैक्सियों और कारों में पिछली सीट की बैल्ट के प्रयोग को भी सुनिश्चित बनाया जाए।

समारोह को संबोधित करते हुए डायरैक्टर जनरल लीड एजेंसी श्री आर. वेंकट रत्नम ने बताया कि सडक़ सुरक्षा माह के दौरान राज्य भर में अलग-अलग गतिविधियाँ करवाई गईं, जिनमें साइकिल/दो-पहिया वाहन रैलियाँ, ट्रांसपोर्ट वाहनों पर रीटरो-रिफलैक्टिव टेप लगाना, चालकों के साथ नुक्कड़ टॉक, सीट बैल्ट और हेलमेट और लाल बत्ती के उल्लंघन संबंधी जागरूकता मुहिमें, तेज रफ़्तार और शराब पीकर ड्राइविंग के विरुद्ध विशेष मुहिमें, सडक़ किनारे उगी वनस्पती की सफ़ाई, रोड साईन्स लगाना, चालकों के लिए मेडिकल/आँखों का चैकअप कैंप और संभावित हादसे वाले स्थानों की पहचान करना शामिल था। इसके अलावा स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा विभागों के सहयोग से समाज सेवी संगठनों और सडक़ सुरक्षा माहिरों के सहयोग से सडक़ सुरक्षा संबंधी भाषण, वॉकथौन, पोस्टर मेकिंग और क्विज़ मुकाबले, प्रदर्शनियां और भाषण मुकाबले करवाए गए।

इस मौके पर ‘‘एक्सीडेंट ब्लैक स्पॉट्स की पहचान और सुधार एवं इसके प्रभाव’’ विषय पर वर्कशॉप करवाई गई, जिसमें सडक़ मामलों से सम्बन्धित विभाग जैसे एन.एच.ए.आई., पी.डब्ल्यू.डी. (बी एंड आर), स्थानीय निकाय, पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा इस महीने के दौरान की गई पहलों की रिपोर्ट पेश की गईं।

इस मौके पर ए.डी.जी.पी. (ट्रैफिक़) श्री ए.एस. राए, ट्रैफिक़ सलाहकार पंजाब श्री नवदीप असीजा ने भी समारोह को संबोधित किया।

समारोह के दौरान चालकों को वाहनों में रखने के लिए लगभग 400 फस्ट-एड किटें बाँटी गईं। यह किटें एम.डी. मिल्कफैड श्री कमल गर्ग, आई.ए.एस. द्वारा स्पांसर की गईं।

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