ज्यादा दिनों तक कर सकेंगे अब हरे धनिया की चटनी स्टोर , न करें ये 4 गलतियां
भारतीय अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है। हमारे देश का पहनावा, अलग अलग त्योहार और उनमें बनने वाले व्यंजन। ये सारी चीजें भारत को खास बनाती हैं। रसोई में कुछ भी बनें लेकिन उसके साथ अलग अलग तरह की चटनियां भी बनाई जाती हैं, इनसे खाने का स्वाद बढ़ता है। इनमें से हरा धनिया की चटनी है जो हर जिसे स्नैक्स, सेंडविच के अलावा भी कई चीजों पर लगाकर खाया जा सकता है। ये हर किसी के घर में आमतौर पर देखने को मिल जाती है। लेकिन सरल दिखने वाली इस रेसिपी को बनाते हुए भी आप कई गलतियां कर जाते हैं।
इस चटनी को बनाने के लिए हरा धनिया और पुदीना के अलावा कुछ मसालों की जरूत पड़ती है। हरा धनिया की चटनी को एक दम गाड़ा होना चाहिए लेकिन कई बार बनने के बाद ये बहने लगती है, मतलब उसका पानी अलग हो जाता है। ऐसा होने पर आप उसमें एक चम्मच सादा दही या कुछ तली हुई चना दाल मिलाकर इसे गाढ़ा कर सकते हैं। एक और तरकीब यह है कि चटनी को एक पैन में तब तक उबालें जब तक उसका पानी सूख ना जाए।
कई बार चटनी बनाते समय उसमें ज्यादा मिर्च पड़ जाती है। इस सिचुएशन में आप शहद या चीनी के साथ थोड़ी मिठास, या नींबू के रस या दही मिला सकते हैं। इसके अलावा आप इसमें थोड़ा काला नमक भी छिड़क सकते हैं। तब तक अच्छे से मिलाएं जब तक इसका स्वाद बिल्कुल सही न हो जाए।
कई बार रही चटनी का रंग हल्के भूरे रंग में बदलने लगता है। ये ऑक्सीकरण के कारण होता है, जो मूल रूप से आपके अवयवों का हवा के संपर्क में आने से होता है। लेकिन इसको हरा बनाए रखन के लिए थोड़ा सा नींबू का रस, सिरका या इमली मिलाएं। इसे एक एयरटाइट ग्लास कंटेनर में स्टोर कर लें।
कई बार फ्रिज में रखी चटनी का पता नहीं चल पाता है कि वो खराब है कि सही है। कई बार उसमें किसी तरह का कोई बदलाव नहीं दिखता है लेकिन वो खराब हो चुकी होती है। इसके लिए थोड़ा सा चख कर देखें कि स्वाद में कितना बदलाव आया है। इसके अलावा किसी तरह की दुर्गंध आती है तो बिना समय गवाए उसको फेंक दें। इस सारी चीजों पर अमल करके चटनी को ज्यादा दिनों तक स्टोर करके रख सकते हैं।