फिल्मी पेशे के लिए जाना जाता है ‘कपूर खानदान’, 68 साल की उम्र में Aditya Raj Kapoor करेंगे ये काम?
सिनेमा जगत के कई स्टार्स अक्सर वैसे तो लाइमलाइट से दूर रहते हैं, लेकिन कई बार वो कुछ ऐसा करते हैं, जिससे सुर्खियों में छा जाते हैं। इस वक्त ऐसा ही कुछ बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर और कपूर खानदान के सितारे शम्मी कपूर के लाडले आदित्य राज कपूर ने कर दिखाया है। इस वजह से आदित्य राज कपूर चर्चा में भी बने हुए हैं।
‘कपूर खानदान’ शुरू से ही अपने फिल्मी पेशे के लिए जाना जाता है। हालांकि अब आदित्य राज कपूर ने इससे कुछ छटकर किया है। दरअसल, आदित्य राज कपूर ने बीते साल यानी 67 साल की उम्र में अपना ग्रैजुएशन पूरा किया। वहीं, अब आदित्य 68 साल की उम्र में टीचिंग की दुनिया अपना कदम बढ़ा चुके हैं। जी हां, अपनी लाइफ के नए चैप्टर की शुरूआत करते हुए आदित्य ने टीचिंग की ओर कदम बढ़ाया है, जो अपने-आपमें बड़ी बात है।
https://www.instagram.com/p/CwKFmNnIHsh/?utm_source=ig_web_copy_link
बता दें कि आदित्य राज कपूर ने बीते साल यानी 2023 में इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी से फिलॉसफी में ग्रैजुएट किया है। वहीं, अब उन्होंने बच्चों को पढ़ाने का फैसला किया है और इसलिए उन्होंने 68 साल की उम्र में अपने नए करियर की ओर कदम बढ़ाया है। इतना ही नहीं बल्कि आदित्य ने इसके बारे में बात भी की है। ईटाइम्स से बात करते हुए आदित्य राज कपूर ने कहा कि टीचिंग एक बेहद कमाल का प्रोफेशन है।
इस बारे में बात करते हुए आदित्य ने कहा कि अगर सभी प्रोफेशन से तुलना करें, तो टीचिंग बेहद कमाल का और सादगी भरा जॉब है। इसके लिए बस आपके अंदर अकैडमिक जानकारी और स्प्रिचुअल ह्यूमिलिटी जरूरी होती है। आदित्य ने कहा कि मैंने पूर्वी और पश्चिमी सदाचार नैतिकता को लेकर अपनी पहली क्लास ली और इसके बाथ ही मैं टीचर बन गया। इसके आगे आदित्य ने कहा कि मैं अपने उन टीचर से भी माफी मांगता हूं, जिन्हें मैंने परेशान किया है।
ये तो सभी जानते हैं कि कपूर फैमिली हमेशा से ही अपनी फिल्मी करियर पर ध्यान देती आई है। पढ़ाई-लिखाई के मामले में कपूर खानदान के लाडले के लाडले की इतनी रुचि होना अपने आपमें बड़ी बात है। इसलिए लोगों के लिए ये थोड़ी हैरान करने वाली खबर हो सकती है। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो ये सोच रहे होंगे कि अगर शम्मी होते, तो अपने बेटे के टीचर बनने पर कैसे रिएक्ट करते?
इस पर आदित्य ने कहा कि अगर आप मेरे पापा होते, तो वो ये देखकर बहुत खुश होते। आदित्य ने कहा कि मेरे पिता ने खुद कॉलेज में सेकंड ईयर तक की पढ़ाई की है। हां, अगर उस वक्त जो सिचुएशन बनी वो नहीं होती, तो शायद वो अपनी पढ़ाई आगे भी जारी रखते। आदित्य ने कहा कि मेरे पिता जानते थे कि पढ़ाई की क्या कीमत होती है।