"मोदी आते तो ज्यादा अच्छा होता" , SCO समिट में क्यों आई नवाज़ शरीफ़ को PM मोदी की याद ?
पाकिस्तान में आज यानी 15 अक्टूबर से होने वाली SCO की बैठक से एक दिन पहले ये बात पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कही।
दरअसल, पाकिस्तान ने अगस्त में प्रधानमंत्री मोदी को SCO का न्योता भेजा था, लेकिन दोनों देशों के बीच खराब रिश्तों के चलते विदेश मंत्री एस जयशंकर इस बैठक में शामिल होंगे।
जयशंकर वहां करीब 24 घंटे बिताएंगे। विदेश मंत्री पाकिस्तान जाने से पहले ही ये साफ कर चुके हैं कि वहां जाने का मकसद सिर्फ SCO की बैठक है, दोनों देशों के रिश्तों पर कोई भी बातचीत नहीं होगी।
भारत के अलावा रूस और चीन समेत 10 देशों के प्रतिनिधि भी SCO की बैठक में शामिल होंगे। इसके मद्देनजर सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए इस्लामाबाद में लॉकडाउन लगा दिया गया है। साथ ही पूरे शहर में 3 दिन के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी गई है।
विदेश मंत्री जयशंकर 8 साल 10 महीने बाद पाकिस्तान जाने वाले भारत के पहले नेता हैं। इसलिए भी ये दौरा खास है। उनसे पहले 25 दिसंबर 2015 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के दौरे पर गए थे। तब मोदी एक सरप्राइज विजिट पर लाहौर पहुंचे थे।
उन्होंने पाकिस्तान के PM नवाज शरीफ से मुलाकात की थी। उनके इस दौरे के बाद से भारत के किसी भी प्रधानमंत्री या मंत्री ने पाकिस्तान की यात्रा नहीं की है।
मोदी के दौरे के एक साल बाद ही 2016 में 4 आतंकी उरी में भारतीय सेना के ब्रिगेड हेडक्वार्टर में घुस गए थे। इस हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हो गए थे।
तब से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ गया था। 2019 में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते और खराब हो गए। हालांकि इन सब के बावजूद पिछले साल गोवा में SCO देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत आए थे।